Ind Vs Eng: रांची टेस्ट मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इंग्लैंड यानी की Bazball को हराकर भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि वर्ल्ड क्रिकेट में ऐसे पहले कप्तान बनने की उपलब्धि तो हासिल कर ही ली है जिसके सामने Bazball चारो खाने चित हो गया। लेकिन अब रोहित शर्मा क्रिकेट इतिहास के 112 सालों का इतिहास बदलने के लिए भी तैयार हैं।
क्योंकि धर्मशाला में जब इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया टेस्ट सीरीज का पांचवा मुकाबला खेलने के लिए उतरेगी तो कई रिकॉर्ड्स में से दो बहुत ही दुर्लभ रिकॉर्ड रोहित शर्मा इस बार अपने नाम कर सकते हैं। टीम इंडिया अपने नाम कर सकती है और ये रिकॉर्ड ऐसे होंगे जिसके बाद रोहित शर्मा की एंट्री क्रिकेट इतिहास के ग्रेटेस्ट कैप्टन की फेहरिस्त में हो सकती है।
आखिर कौन से हैं वो रिकॉर्ड?
इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट में ही सीरीज पर कब्जा करने के बाद टीम इंडिया की नजरें अब धर्मशाला में खेले जाने वाले आखिरी टेस्ट मैच पर हैं। जहां यकीनन टीम इंडिया की कोशिश सीरीज में चार एक से मेहमानों को चित करने की होगी। वैसे तो इस जीत के साथ टीम इंडिया कई रिकॉर्ड्स बनाएगी, लेकिन खासतौर से बात की जाए दो ऐसे दुर्लभ रिकॉर्ड्स की जिसका मौका टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के पास है।
आपको बता दें कि रोहित शर्मा धर्मशाला टेस्ट में 112 साल पुराने क्रिकेट इतिहास में यह नायाब उपलब्धि हासिल करने वाले कप्तान बन सकते हैं। रोहित शर्मा के पास ऐसा एक रिकॉर्ड बनाने का मौका है जो कि आखिरी बार 112 साल पहले इंग्लैंड ने ही बनाया था।
आपको बता दें कि अगर भारत ने धर्मशाला टेस्ट में इंग्लैंड को हरा दिया तो सीरीज चार एक से टीम इंडिया के नाम हो जाएगी। हैदराबाद में खेला गया सीरीज का पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड ने ही जीता था। यानी टीम इंडिया पहला टेस्ट हारने के बाद पाँच टेस्ट मैच की सीरीज में लगातार चार टेस्ट जीतने वाली टीम होगी और ऐसा कर टीम इंडिया 112 साल बाद ऐसा करने वाली सिर्फ दूसरी टीम होगी।
इंग्लैंड ने साल 1912 में यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। हालांकि इंग्लैंड से भी पहले टेस्ट इतिहास में दो मौकों पर ऑस्ट्रेलिया भी ऐसा कर चुकी है। ऑस्ट्रेलिया ने 1897-98 और 1901-1902 में इंग्लैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी।
कैसे बदल सकते हैं रोहित शर्मा क्रिकेट का इतिहास
इसके अलावा रोहित शर्मा अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट के ऐसे मुकाम पर भी लाने में कामयाब हो सकते हैं, जिसका दीदार करने की ख्वाहिश यूं तो भारतीय क्रिकेट की कई पीढ़ियों ने रखी, लेकिन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा दशकों से हो नहीं पाया है।
अगर टीम इंडिया धर्मशाला टेस्ट जीतती है तो फिर भारतीय क्रिकेट में ऐसा पहली बार होगा जब टीम इंडिया के खेले टेस्ट मैचों में जीत और हार की संख्या बराबर हो जाएगी। भारतीय टीम ने अपना पहला टेस्ट मैच 1932 में खेला था। तब से रांची टेस्ट मैच तक भारत ने कुल 578 टेस्ट मैच खेले हैं। इन 578 टेस्ट में से भारत ने 177 मुकाबले अपने नाम किए थे।
इनमें भी घरेलू मैदानों पर भारत ने 117 तो विदेशी धरती पर 60 टेस्ट जीते, जबकि 178 मुकाबलों में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है। धर्मशाला टेस्ट में जीत से यह आंकड़ा 178 की बराबरी पर आ सकता है।
आपको बता दें कि टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ चार टीमों ने ही हार से ज्यादा मुकाबलों में जीत दर्ज की है। इनमें इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान शामिल हैं। भारत के पास इस साल के अंत तक इस खास क्लब में भी शामिल होने का मौका होगा क्योंकि टीम इंडिया 2024 में ही अभी न्यूजीलैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलेगी। इनमें से भी दो सीरीज न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया को अपने घर पर ही खेलनी हैं।
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